

CHANDAULI:अंश निर्धारण को लेकर जनता परेशान, वही लेखपालों की बल्ले बल्ले
CHANDAULI : खाताधारकों के लिए मुसीबत बना अंश निर्धारण
CHANDAULI: चंदौली(पीडीडीयू नगर) : (खबर केसरी)। क्षेत्रीय लेखपालों को गांवों का भ्रमण करके परिवार के सदस्यों से बात कर अंश का निर्धारण करना था, मगर लेखपाल तहसील में बैठकर मनमाने ढंग से हिस्सा निर्धारित कर रहे हैं। लेखपालों के इस खेल में बेचारे किसान पिस रहे हैं। अंश निर्धारण में किसी का कम, तो किसी का अधिक हिस्सा होने के साथ ही संयुक्त खातेदारों में ऐेसे लोगों का नाम डाल दिया जा रहा है, जिनका उस परिवार से कोई लेना-देना नहीं है। कंप्यूटर में फीड होने के बाद जब किसान को जानकारी हो रही है, तो राजस्व कर्मचारी ठीक करने का दिलासा दे रहे हैं। हालांकि अंश निर्धारण होने से हिस्से को लेकर होने वाला विवाद समाप्त हो जाएगा, मगर यह कार्य निष्पक्षता से नहीं करने से किसानों की मुसीबत बढ़ गई है।


किसानों की आराजी की खतौनी में लेखपाल ने गलत अंश निर्धारण बना दिया । खातेदारों को बैनामा , लोन सहित तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है किस तहसील के चक्कर लगा रहे हैं खतौनी में अंश निर्धारण गलत होने से बैनामा करने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से किसानों की सुविधा के लिए उनकी अर्जी का खतौनी में अंश निर्धारण कराया गया लेकिन लेखपाल ने बिना जांच किए ही किसानों की आराजी का अंश निर्धारण कर दिया।
CHANDAULI:जमीन विवादों को समाप्त करने के लिए राजस्व विभाग इन दिनों संयुक्त खातेदारों का अंश (हिस्सा) निर्धारण कर रहा है। जिले के पांच तहसीलों के 343 गांवों में लेखपाल और कानूनगो अंश निर्धारण के कार्य में लगे हुए हैं। मगर राजस्वकर्मी कमाई का नया फंडा अपनाते हुए सहखातेदारों के हिस्से में खेल करने के साथ ही ऐसे लोगों का नाम खाते में डाल दे रहे हैं, जिनका उस परिवार से कोई लेना देना नहीं है।