
CHANDAULI: दिनदहाड़े गोकशी: कानून और शासन पर सवाल ?
पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर मुगलसराय कस्बा चौकी से महज 10 मीटर की दूरी पर गोवंशों की 24 घंटे होती है कटाई, और अन्य जिलों में किया जाता है तस्करी ,
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े आदेश के बाद भी पुलिस प्रशासन मौन क्यों ?
विशेष रिपोर्ट – मुकेश तिवारी की विशेष रिपोर्ट,खबर केसरी।

CHANDAULI: चंदौली(पीडीडीयू नगर) : (खबर केसरी)। गौ-तस्करी और अवैध पशु कटाई पर योगी सरकार बार-बार कड़े कानूनों और सख्त कार्रवाई का दावा करती रही है, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग नज़र आती है। मुगलसराय क्षेत्र में खुलेआम दिनदहाड़े गोकशी का धंधा फल-फूल रहा है। चश्मदीदों और स्थानीय लोगों के मुताबिक रोज़ाना 50 से 100 गाय और भैंसों की बेरहमी से कटाई की जा रही है, और आश्चर्यजनक यह है कि इस पर पुलिस-प्रशासन की चुप्पी बेहद सवाल खड़े करती है।
पुलिस और प्रशासन की लापरवाही ।
गौ-हत्या उत्तर प्रदेश में गैरकानूनी है और इसके लिए सख्त सज़ा का प्रावधान भी है। बावजूद इसके मुगलसराय में चल रहे इस काले धंधे पर पुलिस की नज़र क्यों नहीं पड़ रही?
क्या यह मिलीभगत है?
या फिर कानून का डर केवल कागज़ी है? स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती, जिससे तस्करों के हौसले बुलंद हैं।
योगी सरकार के दावों पर सवाल ?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं गोरक्ष के प्रतीक माने जाते हैं। उनकी सरकार में गोकशी को लेकर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति का दावा किया जाता है। लेकिन अगर प्रदेश के प्रमुख जंक्शन और व्यापारिक कस्बे मुगलसराय में ही दिनदहाड़े गोकशी का धंधा फल-फूल रहा है, तो यह प्रशासन की नाकामी और सरकार की छवि पर गहरा धब्बा है।
स्थानीय जनता में आक्रोश,,
गांवों और कस्बों के लोग आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि अगर मुख्यमंत्री और प्रशासन इस अवैध धंधे पर तुरंत कार्रवाई नहीं करते, तो हालात बिगड़ सकते हैं। लोगों का विश्वास कानून-व्यवस्था से उठना किसी भी सरकार के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
अब सवाल उठता है:?
क्या पुलिस और प्रशासन तस्करों के दबाव या लालच में चुप है?
क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक यह जानकारी नहीं पहुंच रही?
या फिर सरकार के दावे सिर्फ़ अखबारों और मंचों तक ही सीमित हैं?
गौ-तस्करी और अवैध कटाई केवल कानून तोड़ने का मामला नहीं है, बल्कि आस्था, सामाजिक शांति और शासन की साख का भी प्रश्न है। मुगलसराय की यह सच्चाई सरकार की सख्ती और पुलिस की निष्पक्षता दोनों पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। यदि इस पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो यह मुद्दा आने वाले समय में सरकार की सबसे बड़ी कमजोरी बन सकता है।
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मुकेश तिवारी की विशेष रिपोर्ट,खबर केसरी।